
मुम्बई : केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री पनाबाका लक्ष्मी ने आज मुम्बई में एक संक्षिप्त समारोह में ‘‘टेक्नोटैक्स 2014: अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन’’ का शुभारंभ किया। टेक्नोटैक्स-2014 का आयोजन मुम्बई प्रदर्शनी केंद्र, गोरेगांव में 22-22 मार्च, 2014 के दौरान किया जाएगा। इस अवसर पर श्रीमती लक्ष्मी ने कहा कि भारत में तकनीकी वस्त्र उद्योग अभी प्रारंभिक अवस्था में है, लेकिन इसके विकास की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय विनिर्माण समिति ने भी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में तकनीकी वस्त्र क्षेत्र के महत्व और उत्पादन और निर्यात बढ़ाने में इसके योगदान को स्वीकार किया है।
कपड़ा मंत्री ने कहा कि भारत में टेक्नीकल टेक्सटाइल के बाजार का तेजी से विकास हुआ है और यह 2007-08 के 42,000 करोड़ रुपये से बढ़ कर 2013-14 में 91,236 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसमें करीब 11 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि समुचित नीति समर्थन, प्रोत्साहन प्रयासों और मानकीकरण एवं विनियमन के चलते उम्मीद की जा रही है कि 2016-17 तक यह क्षेत्र 1.58 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान हर वर्ष इस क्षेत्र में 20 प्रतिशत वृद्धिदर का अनुमान लगाया जा रहा है। टेक्नीकल टेक्सटाइल के अंतर्गत ऐसी सामग्री और उत्पाद शामिल हैं जिनका इस्तेमाल तकनीकी कार्य निष्पादन और व्यावहारिक संपत्तियों के लिए किया जाता है। इनमें टायर का धागा, फैब्रिक्स, एयरबैग्स, औद्योगिक टेक्सटाइल, फर्नीचर लाइनिंग, तम्बू, अग्निशमन उपकरण, बुलेटप्रूफ जैकेट, पैराशूट आदि शामिल हैं।
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