पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री डॉ. वीरप्पा मोइली ने आज पुन: दोहराया किबढ़ती आवश्यकता को पूरा करने और आयात पर निर्भरता घटाने के लिए ध्येय से तेल और गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाया जाना बहुत जरूरी है। श्री मोइली यहां एसोसिएशन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री (एसोचेम) द्वारा वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य पर आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे।
श्री मोइली ने कहा किसरकार देश में ऊर्जा सुरक्षा की समस्या के समाधान के प्रतिदृढ़ संकल्प है। इसी दृष्टिसे रंगराजन समितिकी सिफारिशों के अनुरूप इस वर्ष पहली अप्रैल से गैस मूल्य निर्धारण का नया फार्मूला अपनाया गया है। इससे इस क्षेत्र में निवेशकों का उत्साह बढ़ेगा जिससे तेल और गैस के दोहन की प्रक्रिया तेज हो सकेगी।
उन्होंने कहा किसरकार ने तेल एवं गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने और इनके दोहन की प्रक्रिया तेज करने के लिए और भी कई कदम उठाए हैं। जैसे - खनन के लिए लीज पर दिए गए क्षेत्रों में दोहन कार्य की अनुमतिदेने, कई ब्लॉक में खनन कार्य के लिए रक्षा मंत्रालय की अनुमतिलेने और गैस मूल्यों का पुनरीक्षण आदि।
श्री मोइली ने कहा किसरकार देश में ऊर्जा सुरक्षा की समस्या के समाधान के प्रतिदृढ़ संकल्प है। इसी दृष्टिसे रंगराजन समितिकी सिफारिशों के अनुरूप इस वर्ष पहली अप्रैल से गैस मूल्य निर्धारण का नया फार्मूला अपनाया गया है। इससे इस क्षेत्र में निवेशकों का उत्साह बढ़ेगा जिससे तेल और गैस के दोहन की प्रक्रिया तेज हो सकेगी।
उन्होंने कहा किसरकार ने तेल एवं गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने और इनके दोहन की प्रक्रिया तेज करने के लिए और भी कई कदम उठाए हैं। जैसे - खनन के लिए लीज पर दिए गए क्षेत्रों में दोहन कार्य की अनुमतिदेने, कई ब्लॉक में खनन कार्य के लिए रक्षा मंत्रालय की अनुमतिलेने और गैस मूल्यों का पुनरीक्षण आदि।
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