Wednesday, July 24, 2013

जोधपुर मेगा क्लस्टर परियोजना दो माह में होगी शुरू - डॉ. के. एस. राव

कपड़ा मंत्री ने आयातकों को जयपुर में हस्तशिल्प उत्पादकता केंद्र स्थापित करने का मुद्दा वित्त मंत्री के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जोधपुर मेगा क्लस्टर परियोजना समयबद्ध ढंग से दो महीनों में शुरू होगी। उन्होंने हस्तशिल्प उत्पादकता केंद्र को शीघ्र हकीकत में बदलने के लिए 10 करोड़ रुपये के अनुदान का भी आश्वासन दिया।



जयपुर : केन्द्रीय कपड़ा मंत्री डॉ. के. एस. राव ने आज जयपुर में राजस्थान के निर्यातकों से मुलाकात की। इस दौरान श्री राव ने हस्तशिल्प, कार्पेट, ऊन वस्त्र और संबंधित उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने और राजस्थान से निर्यात बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा की। इस दौरान कपड़ा राज्य मंत्री श्रीमती पनाबाका लक्ष्मी, राजस्थान के उद्योग मंत्री श्री राजेंद्र पारीक, राज्य सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राकेश श्रीवास्तव और हस्तशिल्प विकास आयुक्त श्री एस.एस. गुप्ता भी मौजूद थे। 

बैठक के दौरान उठाए गए निर्यातकों के नेताओं के मुद्दों पर डॉ. राव ने कहा कि हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग के लिए ब्याज में छूट को 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत करने की मांग वाजिब है। उन्होंने कहा कि आज फंड पर लागत बहुत अधिक है तथा इसे तार्किक बनाने की जरूरत है ताकि लोग अपने बिजनेस में ज्यादा निवेश कर सकें और सोने एवं अन्य सावधि जमाओं जैसे विकल्पों में निवेश न करें क्योंकि ऐसी जगह निवेश राष्ट्रीय वृद्धि के लिए उत्पादक नहीं है। 
डॉ. राव ने निर्यातकों से अनुरोध किया कि कौशल विकास समय की जरूरत है तथा मनरेगा और कुटीर क्षेत्र के बीच कामगार संपर्क स्थापित करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वह यह मामला मंत्रीमंडल के समक्ष रखेंगे। उन्होंने इस बारे में वित्त मंत्री से भी बात करने का आश्वासन दिया। उन्होंने वित्त मंत्री के साथ विदेशी मेलों और प्रदर्शनी में निर्यातकों की भागीदारी पर सेवा कर तथा निर्यात संवर्धन परिषदों की सदस्यता फीस संबंधी मुद्दों पर भी वित्त मंत्री से चर्चा करने का भी आश्वासन दिया। 
कपड़ा मंत्री ने आयातकों को जयपुर में हस्तशिल्प उत्पादकता केंद्र स्थापित करने का मुद्दा वित्त मंत्री के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जोधपुर मेगा क्लस्टर परियोजना समयबद्ध ढंग से दो महीनों में शुरू होगी। उन्होंने हस्तशिल्प उत्पादकता केंद्र को शीघ्र हकीकत में बदलने के लिए 10 करोड़ रुपये के अनुदान का भी आश्वासन दिया। उन्होंने घोषणा की कि बंदरगाहों पर ऊन क्षेत्र की क्वैरंटाइन संबंधी समस्या को भी दूर किया जाएगा। देश से हस्तशिल्प निर्यात में 2012-2013 की पहली तिमाही की तुलना में 2013-14 की पहली तिमाही में 534.57 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। यह 3,185.95 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,720.52 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने आगरा में किया स्‍वच्‍छ भारत अभियान की शुरूआत

आगरा : केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.चिरंजीवि ने आज आगरा के ताज महल में प्रायोगिक तौर पर ‘स्‍वच्‍छ भारत अभियान’ की शुरूआत की। ताज महल दूसरा ऐसा ऐतिहासिक स्‍थल है जहां यह परियोजना चलाई जा रही है। इससे पहले जून 2012 में दिल्‍ली में कुतुब मिनार में इसे शुरू किया गया था। 

पर्यटन मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए स्‍वच्‍छ भारत अभियान का उद्देश्‍य देश में पर्यटकों की के आगमन को बढ़ाना है तथा सेवाओं की गुणवत्‍ता सुधारने के साथ देशभर में पर्यटक स्‍थलों के आस-पास स्‍वच्‍छ माहौल उपलब्‍ध कराना है। पर्यटन मंत्रालय के अनुरोध पर तेल और प्राकृतिक गैस कमीशन (ओएनजीसी) स्‍मारक में पर्यटक सुविधाओं के उन्‍नयन सहित ताज महल परिसर की आस-पास की जगह के रख-रखाव पर सहमत हो गया है। ओएनजीसी स्‍वच्‍छ भारत अभियान के तहत शामिल कार्यों के लिए राशि सीधे तौर पर भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण को देगा। इस अभियान के तहत पेयजल सुवधिाओं, स्‍वच्‍छता, कचरे के डिब्‍बे रखना, मरम्‍मत जैसे कार्य शामिल हैं।

देवी प्रसाद पांडे ने रेलवे बोर्ड में सदस्‍य यातायात के रूप में पदभार सँभाला

नई  दिल्ली : रेलवे बोर्ड में सदस्‍य यातायात और भारत सरकार के पदेन सचिव के रूप में देवी प्रसाद पांडे ने 23 जुलाई 2013 को कार्यभार सँभाला। इससे पहले वे सिकंदराबाद स्थित दक्षिण मध्‍य रेलवे (एससीआर) के महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) के 1976 बैच के अधिकारी श्री डी. पी. पांडे संचालन और व्‍यवसायिक शाखाओं का विविध और गहन अनुभव रखते हैं। उन्‍होंने भारतीय रेल में कई महत्‍वपूर्ण कार्यकारी और प्रबंधन संबंधी पदों पर कार्य किया है। 

कार्यकारी प्रबंधक/नियोजन के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान श्री डी.पी. पांडे ने पंचवर्षीय योजनाओं, कारपोरेट योजनाओं, वार्षिक योजनाओं और भारतीय रेल का बजट तैयार करने आदि संबंधी विभिन्‍न विषयों पर कार्य किया। 
श्री पांडे ने उत्‍तर रेलवे में संचालन उपमुख्‍य प्रबंधक, यात्री यातायात संबंधी मुख्‍य प्रबंधक और माल यातायात मुख्‍य प्रबंधक सहित विभिन्‍न पदों पर और भोपाल प्रभाग के विभागीय रेल प्रबंधक के पद पर कार्य किया। 
डी. पी. पांडे को रेल मंत्री के प्रतिष्ठित पदक से सम्‍मानित किया गया था। वे पुस्‍तकें पढ़ने में बड़ी रूचि रखते हैं और उन्‍होंने लेखन तथा खेल संबंधी गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लिया है। 

5 कि.ग्रा. वाले रसोई गैस सिलेंडर बेचने की उन्‍मुक्‍त व्‍यापार एलपीजी (एफटीएल) योजना को मंजूरी

फिलहाल यह योजना प्रयोग के तौर पर प्रमुख महानगरों दिल्‍ली, मुम्‍बई, चेन्‍नई, कोलकाता और बंगलूरू में शुरू की जाएंगी 


नई  दिल्ली : सरकार ने कंपनी के खुदरा विक्रेय केंद्रों (कोको), सरकारी तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के जरिए 5 कि. ग्रा. वाले रसोई गैस सिलेंडर बेचने की उन्‍मुक्‍त व्‍यापार एलपीजी (एफटीएल) योजना को मंजूरी दी है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री डॉ. एम. विरप्‍पा मोइली ने इस योजना को शुरू करने के प्रस्‍ताव को स्‍वीकृति दी है। यह योजना प्रयोग के तौर पर दिल्‍ली, मुम्‍बई, चेन्‍नई, कोलकाता और बंगलूरू में शुरू की जाएंगी और कोको खुदरा बिक्री केंद्र 5 कि. ग्रा. वाले रसोई गैस के सिलेंडर रेगुलेटरों (डीपीआर) के साथ अथवा उसके बगैर बेचेंगे। ओएमसी के कोको बि‍क्री केंद्र सभी की पहुंच में है और देर तक खुले रहते है।
    
यह निर्णय इस तथ्‍य को ध्‍यान में रखकर किया गया है कि बीते कुछ वर्षों के दौरान खासकर बड़े शहरों में एक नई किस्‍म के उपभोक्‍ता पैदा हो गए है जो एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान पर आते-जाते रहते है और इस प्रकार उन्‍हें रसोई गैस के स्‍थाई कनेक्‍शन की आवश्‍यकता नहीं होती। लेकिन उन्‍हें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए रसोई गैस की आवश्‍यकता होती है। इस प्रकार के उपभोक्‍ताओं को अपनी सुविधा के अनुसार रसोई गैस के सिलेंडरों की आवश्‍यकता पड़ती है और उनकी जरूरत कम मात्रा के रसोई गैस सि‍लेंडरों से पूरी हो जाती है।
    
इस योजना के अधीन बेची जाने वाली रसोई गैस उन्‍मुक्‍त व्‍यापार रसोई गैस (एफटीएल) कहलाएगी। उपभोक्‍ताओं को शुरू में गैस प्राप्‍त करने के लिए मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पास बुक, कर्मचारी पहचान पत्र, पासपोर्ट, छात्र पहचान पत्र अथवा कोई अन्‍य ऐसा दस्‍तावेज देने की आवश्‍यकता होगी जिससे उसकी पहचान हो सके।
    
तथापि, सि‍लेंडर ले जाते समय कोई दुर्घटना होने की स्थिति में कंपनी किसी प्रकार की क्षति के लिए जिम्‍मेदार नहीं होगी। लेकिन अनुरोध करने पर ओएमसी बीमा योजना की पेशकश करेगी जिसमें उपभोक्‍ता के परिसर में रसोई गैस से होने वाली जान-माल की क्षति से सुरक्षा का प्रावधान होगा।
    
तेल विपणन कंपनियां इस योजना को कार्यान्वित करते समय ओआईएसडी और पीईएसओ द्वारा निर्धारित सुरक्षा संबंधी सभी मार्ग-निर्देशों पर अमल करेगी।   
             

2016-17 तक भारत दूध की 15 करोड़ टन की अनुमानित मांग पूरी करने में सक्षम होगा -शरद पवार

नई  दिल्ली : कृषि और खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री श्री शरद पवार ने आज इस बात की पुष्टि की कि दूध और दूध से बने उत्‍पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने में 2200 करोड़ रुपये के निवेश वाली महत्‍वाकांक्षी राष्‍ट्रीय डेयरी योजना से मदद मिलेगी। वर्ष 2016-17 तक देश में दूध की जरूरत बढ़कर 15 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। 

भारत डेयरी शिखर सम्‍मेलन 2013 को सम्‍बोधित करते हुए श्री पवार ने कहा कि वर्तमान में 12 करोड़ 80 लाख टन दूध उत्‍पादन की क्षमता के साथ भारत दुग्‍ध उत्‍पादक देशों के बीच अग्रिम स्‍थान रखता है। इस योजना के तहत इसमें 2 करोड़ 20 लाख टन की वृद्धि करने के लिए उत्‍पादकता बढ़ाने, दूध को खरीद कर बाजार तक पहुंचाने के लिए ग्रामीण स्‍तरीय ढांचे का विस्‍तार किया जाएगा और उसे सशक्‍त बनाया जाएगा। 

योजना के बारे में विस्‍तार से बताते हुए श्री पवार ने कहा कि इसके तहत अनुवांशिक संभावनाओं वाले दुधारू मवेशियों की संख्‍या बढ़ाना, जरूरत के मुताबिक अच्‍छे बैल जुटाना, उच्‍च गुणवत्‍ता वाला फ्रोजन सीमन बनाना, प्रबंधन की वैज्ञानिक पद्धतियों को बढ़ावा देना, रोगों पर कारगर ढंग से काबू पाने के लिए उपयुक्‍त जैव सुरक्षा उपाय अपनाना शामिल है। यह योजना एनडीडीबी और कार्यान्‍वयन एजेंसियों के माध्‍यम से लागू की गई है। एनडीपी-1 में देश के कुल दुग्‍ध उत्‍पादन की 90 प्रतिशत से ज्‍यादा मात्रा का उत्‍पादन करने वाले 14 प्रमुख दुग्‍ध उत्‍पादक राज्‍यों पर ध्‍यान दिया गया है, इनमें उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्‍थान, मध्‍यप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्‍ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, ओडि़शा और केरल शामिल हैं। एनडीपी का कार्यान्‍वयन हालांकि गुणवत्‍ता वाले बैलों की उपलब्‍धता और वीर्य तथा बेहतर प्रबंधन पद्धतियों के संदर्भ में सभी राज्‍यों के लिए फायदेमंद होगा। 

श्री पवार ने इस बात पर जोर दिया कि और ज्‍यादा किसानों को संगठित क्षेत्र के दायरे में लाए जाने की जरूरत है। उन्‍होंने कहा कि भारत के डेयरी क्षेत्र के त्‍वरित विस्‍तार का श्रेय सहकारी आंदोलन को जाता है। आज करीब डेढ़ करोड़ किसान डेढ़ लाख ग्राम स्‍तरीय डेयरी सहकारी समितियों के तत्‍वावधान में संगठित क्षेत्र के दायरे में हैं। भारत ने सहकारी और निजी क्षेत्र दोनों में दूध और दूध से बने उत्‍पादों की खरीद, प्रसंस्‍करण और विपणन की पर्याप्‍त क्षमता हासिल की है। इस समय करीब 30 प्रतिशत बिक्री योग्‍य अतिरिक्‍त दूध का विपणन संगठित क्षेत्र के माध्‍यम से किया जाता है। इस पंचवर्षीय योजना की समाप्ति तक कम से कम 50 प्रतिशत दूध का प्रबंधन संगठित क्षेत्र द्वारा कराने का लक्ष्‍य तय करना होगा। देश में दूध और दूध से बने उत्‍पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए किसानों से खरीदे गए दूध को ठंडा रखने के लिए कोल्‍ड चेन सुविधा तैयार करने की दिशा में निवेश के लिए सहकारी और निजी क्षेत्र दोनों को आगे आना होगा।

सहायता एंव सहायक यंत्रों का राष्‍ट्रीय मेला 'स्‍वावलंबन' कल से शुरू

नई  दिल्ली : सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के विकलांगजन मामले विभाग की सचिव सुश्री स्‍तुति कक्‍कड़ ने विकलांगजनों के लिए सहायता एवं सहायक यंत्रों का राष्‍ट्रीय मेला 'स्वावलंबन' पर विस्‍तार से प्रेस सम्‍मेलन में चर्चा की। उन्‍होंने विकलांगजनों के पुनर्वास के लिए सरकार की विभिन्‍न योजनाओं के कार्यान्‍वयन तथा नीति निरूपण के बारे में भी विस्‍‍तृत ब्‍यौरा दिया। सचिव ने यह भी बताया कि विकलांगजन राष्‍ट्रीय नीति , 2006 के अंतर्गत विकलांगजनों को मूल्‍यवान मानव संसाधन माना गया है और यह उनके शारीरिक, आर्थिक और शैक्षिक पुनर्वास पर केन्द्रित है। उनके सशक्तिकरण हेतु केन्‍द्र और राज्‍य दोनों स्‍तरों पर विभिन्‍न राष्‍ट्रीय योजनाएं एवं कार्यक्रम चलाये जाते हैं। इन योजनाओं का क्रियान्वयन केन्‍द्र एवं राज्‍य सरकारों, भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एल्मिको) और राष्‍ट्रीय विकलांग वित्‍त विकास निगम (एनएचएफडीसी), देश के विभिन्‍न भागों में स्थित राष्‍ट्रीय संस्‍थानों तथा राष्‍ट्रीय न्‍यास, भारतीय पुनर्वास परिषद और गैर सरकारी संगठनों जैसे अन्‍य संबद्ध संगठनों के माध्‍यम से किया जाता है। सूचना के व्‍यापक प्रसार और विचारों, जानकारी, विशेषज्ञता और अनुभव के आदान-प्रदान को सुलभ बनाने के लिए और प्रभावित लाभान्वितों के बीच इनका प्रचार करने के लिए तथा तकनीकी प्रगति एवं वैश्विक मानदंडों के अनुरूप विकलांगजनों की आवश्‍यकताओं को एक ही बार में सर्वोत्‍तम उपलब्‍ध समाधानों के साथ पूरा करने हेतु विभिन्‍न एजेंसियों को एक समान मंच पर लाने की आवश्‍यकता महसूस की जाती रही है। 

विभाग द्वारा सहायक यंत्रों और सहायक उपकरणों पर अपनी तरह का यह पहला चार दिवसीय राष्‍ट्रीय मेला 'स्‍वावलंबन' दिनांक 25 से 28 जुलाई, 2013 के दौरान प्रात: दस बजे से सायं छह बजे तक प्र‍गति मैदान, बिजनेस लाउंज ए एंड बी, आईटीपीओ कॉम्‍पलेक्‍स, नई दिल्‍ली में आयोजि‍त किया जा रहा है। देशभर से कुल मिलाकर 50 सहभागियों के राष्‍ट्रीय मेले में उपस्थित होने और विकलांगजनों के लिए नवीनतम उपकरणों का प्रदर्शन किए जाने की आशा है। सहभागियों के बीच विस्‍तृत संपर्क और विचारों के निर्बाध आदान-प्रदान को सुलभ बनाने के लिए कार्यक्रम को विशेष दृष्टि से चार दिनों का रखा गया है ताकि महत्‍वपूर्ण विचार-विमर्श हेतु एक वृहद् एवं उन्‍मुक्‍त आदान-प्रदान संभव हो सके।

पागल कुत्तो के आतंक से जनता बेहाल फिर जख्मी हुआ एक बच्चा


- मोहसिन उल्लाह खान

मसवासी, रामपुर   : पागल कुत्तो के आतंक से जनता बेहाल फिर जख्मी हुआ एक बच्चा | मंगलवार को पागल कुत्तो की फौज ने घर से स्कूल जा रहे एक छात्र को कट कर जख्मी कर दिया | मुहल्ला चाउपुर निवासी साजिद के पुत्र 12 वर्षीय पुत्र रईस को  सुबह आठ बजे स्कूल जाते  समय पागल कुत्ते ने हमला बोल कर उसे काट लिया | बच्चे की चीख पुकार सुन कर आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए और परिजनों को सूचना दे डी गई आनन फानन में उसे पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया गया जहाँ पर उसे एंटी रैबीज का इंजेक्शन दिया गया | बताते चले की नगर में आवारा कुत्तो की भरमार है आये दिन इस प्रकार का हादसा होता रहता है | जिसमे बच्चे क्या बड़े भी इन आवारा कुत्तो का निशाना बनते है लेकिन नगर पंचायत प्रशासन उनको पकड़ने की कोई सुध नहीं ले रहा है |

सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़, एटीएम में दरवाजे की जगह परदे लगा कर की जा रही सुरक्षा !

- अनूप कुमार सिंह 



मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश: सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ ! ये नज़ारा मुरादाबाद के पी ए सी इलाके का है जहाँ दरवाजे की जगह परदे से काम चलाया जा रहा है  | अक्सर बैंक के लुट जाने और एटीएम पर धावा बोल कर लूटने की खबर अखबारों में चर्चा का विषय बनती हुई नज़र आती है | हादसे के बाद सुरक्षा में भारी खामिया उजागर होती है और इसी को लूट की बड़ी वजह भी मान लिया जाता है और पूरा दोष पुलिस प्रशासन के सर मढ़ दिया जाता है जबकि बैंको को अपनी सुरक्षा के लिए बेहतर उपाय स्वम् करने की हिदायत भी दी जाती है लेकिन इस एटीएम की तस्वीर को देख कर हर कोई कहेगा की सब भगवान् भरोसे छोड़ दिया है इस बैंक ने | बहरहाल सुरक्षा के नाम पर इस प्रकार की लापरवाही बेहद खतरनाक साबित हो सकती है बैंको को इससे सचेत होने की आवश्यकता है |  

जहरखुरानो ने की हजारो की लूट, परिचालक ने बेहोशी की हालत में युवक को सड़क पर छोड़ा !

- मोहसिन उल्लाह खान 


रामपुर, उत्तर प्रदेश : दिल्ली से आ रहे युवक को जहरखुरानो ने बस में नशीली चाय पिला कर लूट लिया और फरार हो गए | मामला पटवाई थाना छेत्र के ग्राम मतवाली का है जहाँ राकेश कुमार मेहनत मजदूरी कर के अपना घर चलाता  है | रविवार रात को वह दिल्ली से अपने घर आने के लिए रोडवेज में बैठा | रास्ते में जहर खुरानो ने उसे नशीली चाय पिला कर अपना शिकार बना लिया | उसकी सीट पर बैठे व्यक्ति ने पहले उससे जान  पहचान बढाई बाद में उसे चाय पिलाने के बहाने उसमे नशीला पदार्थ मिला कर बेहोश कर दिया और उसके पास मौजूद दो हजार रूपये और सामान ले कर चम्पत हो गए | बस रामपुर पहुची तो चालक और परिचालक ने बेहोश युवक को मालगोदाम के पास उतार कर चलते बने | बाद में स्थानीय लोगो ने १०८ नंबर पर फ़ोन कर के एम्बुलेंस बुला कर उसे जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया होश आने पर युवक  ने अपनी साथ घटी घटना के बारे में बताया | 

Tuesday, July 23, 2013

क्रिकेटर पियूष चावला की हुई सगाई, जल्द ही परिणय सूत्र में बंधेंगे |


जेड.एन.आई. न्यूज़ नेटवर्क 

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश : टीम इंडिया के क्रिकेटर पियूष चावला सोमवार रात सगाई के बंधन में बंध गए| शहर के फाइव स्टार होटल हॉलिडे रीजेंसी में उनकी सगाई शहर की अनुभूति चौहान से हुई | अनुभूति एम्.बी.ए. करने के बाद फिलहाल दिल्ली में जॉब कर रही है | खबर है जल्द ही दोनों परिणय सूत्र में बंध जायंगे |     

Monday, July 22, 2013

बॉय फ्रेंड चिकन बर्गर की ख्वाहिश करता हैं और गर्ल फ्रेंड कान में कहती है कि आज मंगलवार हैं

- विकास मोघा 

भी एक बर्गर कंपनी का विज्ञापन देखा, बॉय फ्रेंड चिकन बर्गर की ख्वाहिश करता हैं और गर्ल फ्रेंड कान में कहती है कि आज मंगलवार हैं। एशिया में पाए जाने वाले समस्त धर्म चंद्रमा पर आधारित तिथियों के अनुसार चलते हैं। अधिकांश अध्यात्मिक गुरुओं को पूर्णिमा से जोड़ा गया है। श्री गणेश का सम्बन्ध अमवस्या के उपरांत चतुर्थी से है, श्री कृष्ण का जन्म अष्टमी को हुआ, श्री राम नवमी को पैदा हुए और नौ देवियों का पूजन अमावस्या के बाद प्रथम से लेकर नवमी तक किया जाता हैं। मेरी जानकारी में किसी भी अवतार और अध्यात्मिक गुरु के जन्म इन एक पक्ष (15 दिवस अमवस्या से लेकर पूर्णिमा) में ही हुआ, एक सप्ताह अथवा रविवार से लेकर शनिवार तक का कोई उल्लेख नहीं हुआ। महाभारत के युद्ध में रविवार की छुट्टी न होकर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक का युद्दकाल था। ऐसे में भोजन ये सोमवार, मंगलवार, वृहस्पतिवार और शनिवार जैसे अवरोध कहाँ से आ गए ?

नवाज के लिए कितनी शरीफ है फौज

पाक सेनाध्यक्ष परवेज कयानी पहले ही कह चुके हैं कि हर पाकिस्तानी की तरह पाकिस्तान की आर्मी भी जम्हूरियत को मजबूत करने में लगी है। जम्हूरियत की कामयाबी मुल्क की तरक्की से जुड़ी हुई है। क्या ये पाकिस्तान में जम्हूरी ताकतों और फौज के बीच आई रिश्तों में ठोस बदलाव का आगाज है या फिर अमेरिकी मिशन में लादेन की मौत और सेना के ठिकानों पर हमलों से शर्मसार हुई पाकिस्तानी फौज के अस्थायी रूप से बैकफुट पर आने का नतीजा।

- अरमान आसिफ इकबाल


खिरकार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को लोकतांत्रिक सरकार नवाज शरीफ के रूप में मिल ही गई। बुधवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते ही नवाज के ऊपर एक ऐसे मुल्क की तमाम अच्छे बुरे हालातों की चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी बढ़ गई, जो चरम्पथ, भ्रष्टाचार और वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है।1981 में 32 साल की उम्र में सियासत में पहला कदम रखने वाले नवाज शरीफ 63 साल में तीसरी बार पाकिस्तान के वजीरे आजम बने हैं। नवाज शरीफ की पृष्ठभूमि एक रूढ़िवादी उद्योगपति की रही है, लेकिन पाकिस्तान के उदारवादी तबके में उनकी सराहना खास तीन मुद्दों को लेकर की जाती है। पहला पाक फौज को यहां की सियासत से दूर रखने की उनकी तमाम कोशिशें। दूसरा भारत के साथ संबंध अच्छे बनाने की उनकी मुहिम और तीसरा जम्हूरियत के बचाव में उनका बार-बार उतरना। हालांकि इनमें से ज्यादातर मुद्दों पर उनके ख्याल तब बदले जब 1999 में उनका तख्तापलट कर परवेज मुशर्रफ ने उन्हें निवार्सन पर जाने को मजबूर कर दिया।  नवाज को पीएम की कुर्सी संभाले सिर्फ तीन दिन हुए हैं कि पाकिस्तनी सेना ने अपनी हरकतें दिखानी शुरू कर दी हैं। दरअसल, नवाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तानी फौज है, जिसने भारत में शुक्रवार को युद्ध विराम का उल्लंघन करके जता दिया कि भारत से किसी भी तरह की दोस्ती उनके लिए गलत साबित हो सकती है। दूसरी तरफ दहशतगर्दी से जूझने के लिए नवाज को जरूरत होगी उस पाक फौज की भी जिसने मुल्क के निर्माण के बाद से कई बार चुनी हुई हुकूमतों का तख्तापलट किया है। हालांकि मौजूदा सेनाध्यक्ष कियानी ने अब तक के रिवाजों से हटकर शपथ ग्रहण के पहले ही नवाज शरीफ के घर जाकर उनसे मुलाकात की। कयानी पहले भी जम्हूरियत को मजबूत करने की बात कर चुके हैं।

 पाक सेनाध्यक्ष परवेज कयानी पहले ही कह चुके हैं कि हर पाकिस्तानी की तरह पाकिस्तान की आर्मी भी जम्हूरियत को मजबूत करने में लगी है। जम्हूरियत की कामयाबी मुल्क की तरक्की से जुड़ी हुई है। क्या ये पाकिस्तान में जम्हूरी ताकतों और फौज के बीच आई रिश्तों में ठोस बदलाव का आगाज है या फिर अमेरिकी मिशन में लादेन की मौत और सेना के ठिकानों पर हमलों से शर्मसार हुई पाकिस्तानी फौज के अस्थायी रूप से बैकफुट पर आने का नतीजा। वैसे इस साल नवंबर में कयानी का कार्यकाल खत्म हो रहा है, लेकिन नया आर्मी चीफ कौन होगा और उसके नई सरकार से संबंध कैसे होंगे ये भी देखना अहम होगा। पाकिस्तान के 60 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब वहां की अवाम ने पूर्ण रूप से लोकतान्त्रिक तरीके से सरकार को चुना। इस बार के आम चुनाव में पाकिस्तानी आवाम ने समझदारी और बुद्धिमानी का परिचय देते हुए ऐसे नेता को चुना, जो पाकिस्तान के इतिहास में सबसे ज्यादा अनुभवी है। जिसने पाकिस्तान में सबसे ज्यादा शासन किया है। दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी फौज और चौथे सबसे बड़े परमाणु भंडार वाले पाकिस्तान को परमाणु सम्पन्न करने वाले भी नवाज शरीफ हैं। बदलाव और नकली बयानबाजी करने वाले नेताओ को अवाम ने नवाज से कमतर आंका। मतदान केंद्रों में अपने वोट की ताकत को समझने वालों की कतारों में महिलाओं और युवाओं को बढ़-चढ़कर शामिल होते देखा गया। ये जोश तब दिखा जब तालिबान ने वोटिंग के खिलाफ फरमान जारी कर रखा था और वोटिंग के दिन कई शहरों में सिलसिलेवार धमाके किए। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट आॅफ पीस के मुताबिक चंद महीनों के चुनावी प्रचार के दौरान कुल 295 लोग मारे गए और करीब 900 जख्मी हुए। फिर भी 11 मई को करीब 60 फीसदी मतदान दर्ज हुआ।

अस्थिरता की दौर से गुजर रहे पाकिस्तान को इस वक़्त एक ऐसे अनुभवी नेता की जरूरत थी, जो घरेलु और अंतरराष्ट्रीय मोर्चे का सामना कर सके। पाकिस्तान में सबसे ज्यादा शासन करने वाले शरीफ को पता है कि अगर देश में तरक्की लानी है, तो आतंकवाद पर अंकुश और पड़ोसी मुल्कों से सम्बन्ध सुधरने होंगे। इसीलिए उन्होंने आम चुनाव में बहुमत पाकर सबसे पहले यह एलान किया कि पाकिस्तान को अपने पड़ोसी मुल्क भारत से संबंध हर हाल में बेहतर करने होंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने अतिउत्साहित होकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भी दे डाला, लेकिन चीन को यह बात नागवार गुजरी, जिसके दबाव में आकार की नवाज की तरफ से इस मामले में दोबारा कोई क्रिया नहीं हुई। नवाज भारत के साथ-साथ चीन और अफगानिस्तान से भी बैर लेने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। भारत से बातचीत के दौर में नवाज का अच्छा रिकॉर्ड रहा है और हो सकता है कि शांति प्रक्रिया को पटरी पर लाने के लिए नवाज जल्द ही भारत से शिखर सम्मलेन की पेशकश कर सकते हैं।

नवाज का अनुभव, कौशल और साख ही भारत-अफगानिस्तान से संबंध सुधारने में सबसे बड़ी ताकत सिद्ध हो सकते हैं। भारत की दूसरी बड़ी पार्टी भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी पाकिस्तान में हाल में हुए चुनावों में नवाज शरीफ की जीत का स्वागत करते है और कहते हैं कि पाकिस्तान में लोकतंत्र का मजबूत होना दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति की गारंटी है।





-लेखक "अरमान आसिफ इक़बाल" एक तेज़ तर्रार पत्रकार और ब्लागर है|  

सिद्धार्थनगर में भारी बारिश से जनता बेहाल, घरो में घुसा पानी |

- जेड.एन.आई न्यूज़ नेटवर्क 

सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश : भारत नेपाल सीमा पर बसे गौतम बुध की क्रीडा स्थली सिद्धार्थनगर जनपद आजकल भारी बारिश से जूझ रहा है | पिछले दो दिनों की बारिश से जनता बेहाल हो चुकी है लोगो के घरो में पानी घुस चुका है सड़के जलमग्न हो गई है | स्थानीय लोगो की माने तो पिछले कई वर्षो में ऐसी बरसात किसी ने नहीं देखी| जबकि आसपास के इलाको में इस प्रकार की बारिश ना होना भी लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है | भारी बारिश से अभिभावकों ने अपने बच्चो को स्कूल भेजना बंद कर दिया है | लोग अपने कार्यालय देरी से पहुच रहे जिसकी वजह से काम का भी काफी नुक्सान हो रहा है | यदि बरसात का आलम यही रहा तो आने वाले समय में जनपद वासियों को भयंकर बाढ़ का सामना कर पड़ सकता है क्यूकी समीपवर्ती इलाके की नदियाँ उफनाती हुई नज़र आने लगी है | स्थानीय लोग मस्जिदों और मंदिरों में ईश्वर से प्रार्थना करने में लगे है कि बारिश रुक जाये और जनजीवन सामान्य हो जाये | बहरहाल खबर लिखे जाने तक बारिश कम हो चुकी थी |     

विदेश में डेढ़ लाख रूपये में मिला बकरी चराने का काम !

- मोहसिनउल्लाह खान 

रामपुर, उत्तर प्रदेश : अपने देश में गरीबी चरम पर है लोगो को नौकरी नहीं मिल पा रही युवा नौकरी के लिए दरवाज़े खटखटा रहे है लेकिन अधिकतर जगहों पर  मायूसी ही मिल रही है | ऐसे में युवाओ ने अपना रुख विदेशो की तरफ कर दिया है पैसे का इन्तेजाम कर के विदेशो में नौकरी के लिए भाग रहे है | लेकिन हमारे युवा को वहां पर भी धोखा ही मिल रहा है | अभी हाल ही में रामपुर के अज़ीम नगर थानाछेत्र के ग्राम भोट बक्काल निवासी मो० शाहिद पुत्र मुन्ने विदेश में अच्छी नौकरी के लालच में ठगी का शिकार हो गए | उससे एक लाख  साठ हज़ार रूपये ठग लिए गए और विदेश में उसे बकरी चराने का काम दे दिया गया |

Saturday, July 20, 2013

मुरादाबाद में धड़ल्ले से बिक रही एक्सपायरड कोल्ड ड्रिंक

अमूमन लोग खाने पीने का सामान बिना एक्सपायरी डेट को देखे ही खरीद लेते है या फिर उन्हें पता ही  नहीं होता की वो खाने पीने का सामान कब एक्सपायर हो रहा है | यहाँ ये बताना ज़रूरी होगा की उत्पादन तिथि से ढाई माह के बाद कोल्ड ड्रिंक एक्सपायर हो जाती है |



- इमरान ज़हीर 

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश : देश में खाद्य पदार्थों में मिलने वाले ज़हर से मरने वालो की संख्या रोज़ बढ़ रही है, हाल ही में मिड डे मील के ज़हर से पूरा देश हिल गया है | वही मुरादाबाद में कोल्ड ड्रिंक के एक्सपायर हो जाने के बाद भी उसे धडल्ले से बेचा जा रहा है इसे बेचने वालों में कुछ छोटे दुकानदार तो है ही साथ ही बड़े-बड़े माल/ दुकानों में भी इसे खुलेआम बेचा जा रहा है | मार्केट के एक सर्वेक्षण से पता चला है की पूरे मुरादाबाद में कोल्ड ड्रिंक की एक कंपनी अपने प्रोडक्ट को उसकी एक्सपायरी डेट के बाद भी बेच रही है |
अमूमन लोग खाने पीने का सामान बिना एक्सपायरी डेट को देखे ही खरीद लेते है या फिर उन्हें पता ही  नहीं होता की वो खाने पीने का सामान कब एक्सपायर हो रहा है | मुरादाबाद के बाज़ार में इस कोल्ड ड्रिंक कंपनी की 600एम्.एल. की कोल्ड ड्रिंक जिसकी उत्पादन तिथि 02-05-2013 है यहाँ ये बताना ज़रूरी होगा की इस उत्पादन तिथि से ढाई माह के बाद ये कोल्ड ड्रिंक एक्सपायर हो जाती है और ऐसी ही सूचना इस कोल्ड ड्रिंक की बोतल पर भी दी गई है उसके बाद भी इसे बेच कर लोगो की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है | ऐसे में स्वास्थ विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़ा होता है |

Thursday, July 18, 2013

21 करोड़ भारतीय करते है तम्बाकू का सेवन, "टीयर्स यू एपार्ट" नामक राष्‍ट्रीय तम्‍बाकू नि‍यंत्रण अभि‍यान किया गया शुरू

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य परि‍वार कल्‍याण मंत्रालय ने देश भर में...ताकि‍जीवन आंसूओं से परि‍पूर्ण नहीं हो... (टीयर्स यू एपार्ट) नामक राष्‍ट्रीय तम्‍बाकू नि‍यंत्रण अभि‍यान शुरू कि‍या है। इसके लि‍ए बरूआ कैंसर संस्‍थान गुवाहाटी और टाटा मैमोरि‍यल अस्‍पताल ने एक लघु फि‍ल्‍म तैयार की है। यह फि‍ल्‍म में तम्‍बाकू जनि‍त कैंसर और अन्‍य बीमारि‍यों से पीडि‍त व्‍यक्‍ति‍यों के रि‍श्‍तेदारों के कथनों और बीमारि‍यों की भयावह स्‍थि‍ति‍पर आधारि‍त है। 

इस फि‍ल्‍म को दूरदर्शन के राष्‍ट्रीय और क्षेत्रीय चैनलों और आकाशवाणी के वि‍भि‍न्‍न केंद्रों से पांच-छह सप्‍ताह तक प्रसारि‍त प्रचारि‍त कि‍या जाएगा। व्‍यस्‍कों की धूम्रवि‍हीन तम्‍बाकू चबाने खाने की आदतों पर कि‍ए गए एक वैश्‍वि‍क सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 21 करोड़ व्‍यक्‍ति‍खाने चबाने के तम्‍बाकू का सेवन करते हैं। यह संख्‍या देश के कुल व्‍यस्‍कों की संख्‍या का 26 प्रति‍शत है। तम्‍बाकू का सेवन करने वाले 21 करोड़ भारतीयों में से 33 प्रति‍शत पुरूष और 18 प्रति‍शत महि‍लाएं है। धूम्रवि‍हीन तम्‍बाकू में गुटका, जर्दा, पान मसाला, खैनी और तम्‍बाकू के साथ पान शामि‍ल है।

723.77 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली दिल्ली पुलिस भवन निर्माण योजना को मिली मंज़ूरी

कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने 12वीं पंचवर्षीय योजना में 723.77 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से दिल्‍ली पुलिस भवन निर्माण योजना के तहत 15 भवन परियोजनाओं को लागू करने की मंजूरी दे दी है। 

इस योजना का उद्देश्‍य दिल्‍ली पुलिसकर्मियों के लिए पर्याप्‍त आवास व्‍यवस्‍था करना तथा नियमित थाने, अन्‍य कार्यालय भवन तथा आवासीय सुविधाओं के स्‍तर में सुधार लाना है। 

तेल और गैस क्षेत्र में नि‍वेश बढ़ाया जाना बहुत जरूरी-मोइली

पेट्रोलि‍यम एवं प्राकृति‍क गैस मंत्री डॉ. वीरप्‍पा मोइली ने आज पुन: दोहराया कि‍बढ़ती आवश्‍यकता को पूरा करने और आयात पर नि‍र्भरता घटाने के लि‍ए ध्‍येय से तेल और गैस क्षेत्र में नि‍वेश बढ़ाया जाना बहुत जरूरी है। श्री मोइली यहां एसोसि‍एशन चेम्‍बर्स ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्‍ट्री (एसोचेम) द्वारा वैश्‍वि‍क ऊर्जा परि‍दृश्‍य पर आयोजि‍त संगोष्‍ठी में बोल रहे थे। 

श्री मोइली ने कहा कि‍सरकार देश में ऊर्जा सुरक्षा की समस्‍या के समाधान के प्रति‍दृढ़ संकल्‍प है। इसी दृष्‍टि‍से रंगराजन समि‍ति‍की सि‍फारि‍शों के अनुरूप इस वर्ष पहली अप्रैल से गैस मूल्‍य निर्धारण का नया फार्मूला अपनाया गया है। इससे इस क्षेत्र में नि‍वेशकों का उत्‍साह बढ़ेगा जि‍ससे तेल और गैस के दोहन की प्रक्रि‍या तेज हो सकेगी। 

उन्‍होंने कहा कि‍सरकार ने तेल एवं गैस क्षेत्र में नि‍वेश बढ़ाने और इनके दोहन की प्रक्रि‍या तेज करने के लि‍ए और भी कई कदम उठाए हैं। जैसे - खनन के लि‍ए लीज पर दि‍ए गए क्षेत्रों में दोहन कार्य की अनुमति‍देने, कई ब्‍लॉक में खनन कार्य के लि‍ए रक्षा मंत्रालय की अनुमति‍लेने और गैस मूल्‍यों का पुनरीक्षण आदि‍। 

एसपीएमसीआईएल ने प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष के प्रति, केंद्रीय वित्‍त मंत्री श्री पी. चिदंबरम को 1,94,53,943 रूपए का चैक सौंपा

एसपीएमसीआईएल के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री एम. एस. राना ने उत्‍तराखंड में अप्रत्‍याशित बाढ़ से हुई तबाही को ध्‍यान में रखते हुए प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष में योगदान करने के लिए केंद्रीय वित्‍त मंत्री श्री पी. चिदंबरम को 1,94,53,943 रूपए का चैक सौंपा। 

उक्‍त राशि में 1.00 करोड़ रूपए सीएसआर निधि से तथा 94,53,943 रूपए का योगदान एसपीएमसीआईएल के कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन देकर किया। इस अवसर पर भारत सरकार के आर्थिक कार्य मामले विभाग के सचिव डॉ. अरविन्‍द मायाराम, एसपीएमसीआईएल के निदेशक, (मानव संसाधन) डॉ. मनोरंजन दास, एवं श्री पी. एन. राडकर निदेशक (तकनीकी) भी मौजूद थे।

दोपहर भोजन योजना में निगरानी प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता: डॉं. एम.एम पल्लम राजू

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉं. एम एम पल्लम राजू ने बिहार में दोपहर का भोजन योजना में बच्चों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कल बिहार में सारण जिले के एक स्कूल में दोपहर का भोजन करने के बाद कई बच्चों की मौत हो गई थी। पत्रकारों से बात करते हुए श्री राजू ने कहा कि दोपहर की भोजन योजना सर्व शिक्षा अभियान का एक अभिन्न भाग है और इससे बच्चों को स्कूल लाने और और उन्हें पढाई से जोड़े रखने में सहायता मिलती है। उन्होनें कहा कि घटना के संबध में विस्तृत जानकारी लेने के लिए मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी इस समय राज्य के दौरे पर है। घटना के संबध में जानकारी देते हुए डॉं. राजू ने कहा कि बच्चों को भोजन में चावल, दाल और सोयाबीन दिया गया था। निर्धारित मानकों के अनुसार बच्चों को भोजन देने से पहले दो लोगों को भोजन की जांच करनी चाहिए थी। इस संबध में स्कूल के प्रधानाध्यापक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। योजना में निगरानी की भूमिका पर जोर देते हुए डॉं. राजू ने कहा कि इसे मजबूत करने के प्रयास जारी हैं। योजना में स्वंयसेवी संस्थाओं की भागीदारी करने के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस संबध में अनुभव अच्छे रहे हैं। 

अपने प्रकार की विश्व में सबसे बड़ी इस योजना के तहत 12 लाख सरकारी स्कूलों में लगभग 11 करोड़ बच्चों को भोजन दिया जाता है। इस बीच मानव संसाधन मंत्रालय में सचिव( स्कूल) श्री आर. भट्टाचार्य ने बिहार के मुख्य सचिव से बात की है। घटना के संबध में राज्य सरकार से एक रिपोर्ट मांगी गई है। 

ऐसी नीतियां बनाना जरूरी जो जल को पर्यावरण प्रणाली का हिस्सा मानें - हरीश रावत

नई दिल्ली: जल संसाधन मंत्रालय की संसदीय समिति की बैठक आज नई दिल्ली में जल संसाधन मंत्री श्री हरीश रावत की अध्यक्षता में हुई। श्री रावत ने बैठक में कहा कि अब आवश्यक रूप से ऐसी नीतियां बनाना जरूरी है जो जल को पर्यावरण प्रणाली का हिस्सा के रूप में स्वीकार करें। उन्होंने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बनी राष्ट्रीय जल संसाधन परिषद द्वारा स्वीकार की गई राष्ट्रीय जल नीति की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें जल के समुचित इस्तेमाल और जल संरक्षण के लिए इसके बेहतर मांग प्रबंधन पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए सभी हितधारकों को निरंतर समर्थन देना चाहिए। 

श्री रावत ने संसदीय समिति के सदस्यों को बताया कि केंद्रीय मंत्रीमंडल ने 2013 को जल संरक्षण वर्ष के रूप में अपनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि उनका मंत्रालय बड़े पैमाने पर जल जागरुकता अभियान चलाएगा जिसमें जल की महत्ता था इसके संरक्षण के बारे में लोगों को जागरुक बनाया जाएगा। 

बैठक में जल संसाधन सचिव श्री आलोक रावत और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सांसद डा. प्रभा किशोर त्रिवेदी,श्री जियाराज सिंह,श्री गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी,श्री मोहन जेना, श्री जी एस वसवराज, श्री प्रतापराव एन सोनवाने ,डा. प्रभा ठाकुर,डा. ज्ञान प्रकाश पिलानिया,श्री महेंद्र सिंह महरा और श्री गोवर्धन रेड्डी शामिल हुए।

राष्‍ट्रीय रक्षा अकादमी की परीक्षाएं 11 अगस्‍त को 41 केंन्‍द्रों पर आयोजि‍त होगी

संघ लोक सेवा आयोग राष्‍ट्रीय रक्षा अकादमी और नौ सेना अकादमी की दूसरी परीक्षा 2013 रवि‍वार 11 अगस्‍त को देशभर में 41 केंन्‍द्रों पर आयोजि‍त करेगा। इनके लि‍ए उम्‍मीवार अपने प्रवेश पत्र और ई - एडमि‍ट कार्ड आयोग की वेबसाइट www.upsc.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। अपना ई - एडमि‍ट कार्ड डाउनलोड नहीं कर सकने वाले उम्‍मीदवार टेलीफोन नम्‍बर 011-23385271, 011-23098543 अथवा 011-23381125 पर आयोग के सुवि‍धा काउंटर से संपर्क कर सकते हैं।

12वीं योजना अवधि के लिए जल क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम को मिली मंजूरी

मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने 12वीं योजना अवधि के लिए जल क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। इस पर योजना अवधि के दौरान 360 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है। इस योजना का उद्देश्य जल संसाधन परियोजनाओं की श्रेष्ठ क्षमता हासिल करने और इनकी योजना, डिजाइन, निर्माण और संचालन में किफायत बरतने के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकियों में सुधार करना है। 

इस योजना में राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख संगठनों में अनुसंधान एवं विकास जैसी गतिविधियां, शोध के निष्कर्षों का प्रचार-प्रसार और प्रौद्योगिकी का अंतरण, अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों की शिक्षा और परामर्श शामिल हैं।

Tuesday, July 16, 2013

हमारे लंबे इतिहास के प्रत्‍येक चरण में शासन का सिद्धांत देखा जा सकता है-उप राष्‍ट्रपति

उप राष्‍ट्रपति श्री एम.हामिद अंसारी ने कहा कि हमारे अपने इतिहास के विभिन्‍न कालों में शासन की अवधारणाओं और गहरे अन्‍याय ने ऐतिहासिक रूप से कुछ पुरातन बातों को आवश्‍यक बना दिया है क्‍योंकि यह एक सच्चाई है कि बौद्धिक इतिहास सामाजिक और सांस्‍कृतिक इतिहास के चौराहे पर स्थित होता है और इसे तब पूरी तरह नहीं समझा जा सकता है जब इसे आर्थिक और राजनीतिक रूप से अलग कर दिया गया हो। भारतीय चिंतन के पारेख संस्‍थान पर सीएसडीएस की परियोजना का कल उद्घाटन करते हुए उन्‍होंने कहा कि स्‍वयं के विचारों के बारे में पर्याप्‍त मौलिक स्‍वरूप उपलब्‍ध हैं जो शासन की पद्धति और अंतर्निहित सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हैं। मनुस्‍मृति और अर्थशास्‍त्र के अलावा अशोक के शिलालेख और यात्रियों के वर्णन सामाजिक संरचना और मूल्‍यों की स्‍पष्‍ट जानकारी देते हैं जो पहले जनतांत्रिक थी लेकिन धीरे-धीरे राजसी हो गई। 

प्राचीन भारत की राजनीतिक अवधारणाओं के बारे में लिखते हुए वर्ष 1927 में कलकता विश्‍वविद्यालय के नारायणचंद्र बंद्योपाध्‍याय ने पारिभाषिक समानता और उसमें व्‍यक्‍त विचारों की कठिनता का उल्‍लेख किया है। उन्‍होंने इतिहास में पश्चिमी विचारों को पढ़ने के विरूद्ध चेतावनी भी दी है। 14वीं सदीं के इतिहासकार जिआउद्दीन बर्नी ने दिल्‍ली सल्‍तनत के शासकों की कार्यप्रणाली का विश्‍लेषण किया है और इस सिद्धांत का प्रतिपादन किया है कि राजसी प्रणाली यहीं से शुरू हुई। 

केवल वही शासक, शासक कहला सकता है और राजा माना जा सकता है जिसके राज्‍य में कोई आदमी नंगा और भूखा न सोता हो और जो ऐसे कानून और उपाय करता है कि किसी विषय पर न तो कोई परेशानी हो और न ही उसका जीवन खतरे में आये। उप राष्‍ट्रपति ने कहा कि कुछ ऐसे विचार शेरशाह सूरी ने अपनी शासन कला में शामिल किए थे। उप राष्‍ट्रपति ने यह विचार व्‍यक्‍त किया कि अभी हाल में और आजादी से पहले की अवधि में हमारे अधिकांश विचारकों ने पुनर्जागरण लाये जाने की जरूरत बताई है। लेकिन वे टेगौर द्वारा आह्वान की गई 'राष्‍ट्रवाद की हमारे धर्म की सामाजिक अपर्याप्‍तता' पर अकसर लड़खड़ा गये है। प्राचीनकाल के बारे में तीन प्रश्‍न उठाये जाने की आवश्‍यकता है। क्‍या तब न्‍याय की अवधारणा थी? क्‍या इसकी आंशिक या सार्वभौमिक वैद्यता थी? क्‍या यह काल्‍पनिक या व्‍यावहारिक था? 

उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि भीकू पारेख एक महान राजनीतिक चिंतक हैं। इस कारण भारतीय चिंतन के संस्‍थान की स्‍थापना की यह पहल समयानुकूल है। आने वाले वर्षों में जिज्ञासु लोग बौद्धिक उद्यम के लिए हमारे संस्थागत ढांचे में व्‍याप्‍त अंतर को समाप्‍त करने के लिए इस संस्‍थान और सीएसडीसी को धन्‍यवाद देंगे।

हुडको ने अब तक का सर्वाधिक लाभांश 150 करोड़ रुपये भारत सरकार को अदा किया

आवास एवं शहरी विकास निगम लिमिटेड (हुडको) के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री वीपी बालीगर ने आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री डॉ गिरिजा व्यास को आज 103.78 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा । इस अवसर पर मंत्रालय के सचिव श्री एके मिश्र, हुडको के कॉरपोरेट योजना निदेशक श्री एनएल मंजोका, हुडको के वित्तीय निदेशक श्री एके कौशिक और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे । 

वित्तीय वर्ष 2012-13 के लिए, हुडको ने कुल 150 करोड़ रुपये के लाभांश की घोषणा की है जो हुडको द्वारा सरकार को अदा किए जाने वाला सबसे अधिक लाभांश भुगतान है । इस धनराशि में से 103.78 करोड़ रुपये का भुगतान आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय, 15.12 करोड़ रुपये शहरी विकास मंत्रालय और 31.10 करोड़ रुपये का भुगतान ग्रामीण विकास मंत्रालय को किया जाएगा । 

इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ व्यास ने वर्ष 2012-13 के दौरान प्राप्त की गई कई उपलब्धियों के लिए हुडको के अधिकारियों को बधाई दी । उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान हुडको ने कर भुगतान के बाद कुल 700 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है और इसे 23,974 करोड़ रुपये के परियोजना कार्य आबंटित किए गए हैं । उन्होंने कहा कि 3.66 लाख इकाइयों के अनुमोदन के लक्ष्य की तुलना में हुडको ने 4.39 लाख इकाइयों को स्वीकृति दी है । डॉ व्यास ने कहा कि इनमें से 97 प्रतिशत इकाइयां आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों और न्यून आय समूह के लोगों के लिए स्वीकृत की गई हैं ।

Sunday, July 7, 2013

पीर का बाज़ार का ट्रांसफार्मर के फुंक जाने से जनता बेहाल

मुरादाबाद : कल सुबह से पीर का बाज़ार का ट्रांसफार्मर के फुंक जाने से जनता बेहाल, कही से कोई सुनवाई न होने के कारण कल पूरा दिन और पूरी रात लोग पानी और बिजली के लिए तडपते रहे | अक्सर ही हो जाता है फाल्ट| कर्मचारियों के साथ अधिकारी भी हुए बेकार | 
पूरे दिन और रात में बिजली गुल होने के बाद आज दुसरे दिन सुबह बिजली विभाग के कर्मचारी इमरजेंसी ट्रांसफार्मर ट्राली को लगाने पहुचे | इलाके के लोग बताते है कि इस इलाके में अगर इस प्रकार की खराबी हो गई तो दो दो दिन तक बिजली नहीं आती थी | शिकायत करने वालो में अबरार अंसारी, मो० नईम, मो ० नसीम , मंज़ूर, यासीन, आसिफ  ,इंतज़ार हुसैन , कमरुद्दीन , आमिर जान , आबिद हुसैन,जाकिर , असलम आदि | 

Saturday, July 6, 2013

तालिबान के खिलाफ़ गुल मकई उर्फ मलाला युसूफ़ज़ई

12-13 साल की ही एन फ्रैंक थी। दूसरे महायुद्ध के दौरान फासीवादी हिटलर की सेना से छिपने-छिपाने के दौरान वह एक डायरी लिख रही थी। आखिर में यह बच्ची पकड़ी गई। हिटलर के यातना शिविर में 15 साल की उम्र में उसने दम तोड़ दिया। सालों बाद इस डायरी के जरिए दुनिया ने एक बच्ची की नजर से हिटलर की दुनिया को देखा। यह ‘डायरी ऑफ ए यंग गर्ल’ के नामसे मशहूर है।

- नसीरुद्दीन हैदर खाँ

‘गुल मकई’ की उम्र भी ऐसी ही थी। पाकिस्तान के ख़ूबसूरत इलाके स्वात की रहने वाली। अफ़गानिस्तान के रास्ते तालिबान ने जब पाकिस्तान की ओर क़दम बढ़ाया तो स्वात और उसके जि़ंदादिल लोग रास्ते में आए। तालिबान तो तालिबान हैं। वे हिटलर की तरह दुनिया को एक रंग में रचने का ख़्वाब देखते हैं। उन्होंने स्वात के कई इलाकों पर कब्ज कर लिया। स्कूलों को निशाना बनाने लगे और ख़्ज़सतौर पर लड़कियों के स्कूलों को। उन्होंने स्कूल बंद करने का फ़रमान जरी किया। स्कूल गिरा दिए। अंदाज है कि 2001 से 2009 के बीच उन्होंने करीब चार सौ स्कूल ढहा दिए। इनमें से 70 फीसदी स्कूल लड़कियों के थे। उन्होंने लड़कियां का बाहर निकलना मुश्किल कर दिया। लड़कियों के स्कूल जने पर पाबंदी लगाने का एलान कर दिया। तालिबान को स्वात से निकालने के लिए फ़ौज की कार्रवाई भी चल रही थी। इसी बीच बीबीसी उर्दू पर ‘गुल मकई’ सामने आई। गुल मकई की नज़र से दुनिया ने तालिबान के शासन में जिंदगी के बारे में जना। ख़ासतौर पर लड़कियों और महिलाओं की जि़ंदगी के बारे में। डायरी जनवरी से मार्च 2009 के बीच दस किस्तों में बीबीस उर्दू की वेबसाइट पर पोस्ट हुई। स्वात से लेकर दुनिया के कई हिस्सों में इस डायरी ने तहलका मचा दिया। दिसम्बर 2009 में पता चला कि ‘गुल मकई’ स्वात की ही बेटी है और उसका नाम मलाला युसूफ़ज़ई है। तालिबान से बचाने के लिए उसे यह नाम दिया गया था। पहचान ज़हिर होते ही वह दुनिया की नज़रों में बहादुर मलाला बन गई लेकिन तालिबान के आंखों की किरकिरी। उसके पिता जियाउद्दीन युसूफ़ज़ई उन कुछ लोगों में शामिल हैं, जो स्वात को तालिबान से बचाने में जुटे थे। पूरा परिवार तालिबान के निशाने पर आ गया। इस बीच मलाला को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कई सम्मान मिले। लेकिन तालिबान के बदले की आग ठंडी नहीं हुई। जब लग रहा था कि सब कुछ ठीक हो रहा तो इसी महीन 9 अक्टूबर को तालिबान हमलावारों ने 14 साल की मलाला पर जनलेवा हमला किया। दुनिया भर के करोड़ों लोगों की दुआओं और डॉक्टरों की अथक मेहनत का नतीज है कि वह अब ठीक हो रही है। मलाला ने जो डायरी के पन्ने लिखे, वह एन फ्रैंक की डायरी की ही तरह हमें उस दुनिया से दो-चार कराते हैं, जिनमें वह रह रही थी।
- जाने माने लेखक/वरिष्ठ पत्रकार  "नसीरुद्दीन हैदर खाँ" की वेबसाइट "जेंडर जिहाद" से साभार 

पीजीआईएमईआर को संगरूर में सेटेलाईट केन्‍द्र स्‍थापित करने को मिली सैद्धांतिक मंजूरी

चंडीगढ़ स्थित पीजीआईएमईआर को संगरूर में 300 बिस्‍तर के सेटेलाईट केन्‍द्र स्‍थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है। मरीजों की संख्‍या अधिक होने पर इस केन्‍द्र को 500 बिस्‍तर का भी किया जा सकता है। दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को गुणवत्‍तापूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य सेवाये उपलब्‍ध कराने के लिए फिरोजपुर में भी 100 बिस्‍तरों का सेटेलाईट केन्‍द्र बनाया जायेगा। कन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने चंडीगढ़ में आज यह बात कही। स्‍वर्णजयंती समारोह और स्‍थापना दिवस के आयोजन को संबोधित करते हुए चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में श्री आजाद ने कहा कि इसकी परिकल्‍पना का श्रेय पंजाब के तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री सरदार प्रताप सिंह केरो और देश पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का समर्थन प्राप्‍त़ चिकित्‍सा शिक्षाविदों को जाता है। पंडित नेहरू वैज्ञानिक ज्ञान के संस्‍थानों को ज्ञान का मंदिर और तीर्थस्‍थल कहा करते थे। पिछले वर्षों में इस संस्‍थान ने अपने उद्देश्‍यों को पूरा किया है और स्‍वास्‍थ्‍य देख-भाल के उच्‍च मानक विकसित कर प्रतिष्‍ठा हासिल की है। पिछले 50 वर्ष में इसके विकास में कई व्‍यक्तियों और फेकेल्‍टी के वर्तमान और पुराने सदस्‍यों, विद्यार्थियों और निदेशकों ने योगदान दिया। इस संस्‍थान में देश-भर से आने वाले मरीजों की बढ़ती संख्‍या को देखते हुए इसके प्रांगण में 250 बिस्‍तरों का अस्‍पताल बनाया जा रहा है, जिसमें और अधिक प्राईवेट कमरे और 10 ऑपरेशन थियेटर होंगे, इसमें केंसर रोग, ईएनटी तथा अन्‍य विभागों के लिए अतिरिक्‍त स्‍थान भी होगा। इसके अलावा संस्‍थान में राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य इंजीनियरिंग वास्‍तुकला संस्‍थान भी बनाया जायेगा जो स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं योजना और डिजाईन तथा स्‍वास्‍थ्‍य इंजीनियरिंग और प्रबंधन में स्‍नातकोत्‍तर कार्यक्रम की शिक्षा देगा। यह संस्‍थान दक्षिण-पूर्व एशिया में अपनी किस्‍म का पहला होगा। श्री आजाद ने कहा कि पीजीआईएमईआर को सेवा, शिक्षा और अनुसंधान की अपनी परम्‍परा को बेहतर बनाने के लिए केन्‍द्र के बजट से 635 करोड़ रूपये आवंटित किये गये हैं। श्री आजाद ने कहा कि भारत में पिछले चार वर्ष में चिकित्‍सा शिक्षा में सुधार के नये युग का सूत्रपात हुआ। एमबीबीएस की सीटें 33,567 से बढ़कर 45,629 और स्‍नातकोत्‍तर सीटें 13,838 से बढ़कर 22,850 हो गई हैं। छह नये एम्‍स स‍मेत 72 नये मेडिकल कॉलेज स्‍थापित किये गये हैं और इन कॉलेजों की संख्‍या 290 से बढ़कर 362 हो गई हैं। सरकार ने 19 सरकारी मेडिकल कॉलेजों का दर्जा बढ़ाकर सुपर स्‍पेस्लिटी अस्‍पताल बनाया हैं। 2030 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले 269 नर्सिंग स्‍कूल स्‍थापित करने की मंजूरी दी गई है। इनके चालू होने से लगभग 20 हजार प्रशिक्षित नर्सें और उपलब्‍ध होगी। चार साल के दौरान राष्‍ट्रीय बाल स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रम लागू किया गया। इसके तहत 18 वर्ष तक की आयु के बच्‍चों की बीमारियों, स्‍वास्‍थ्‍य में खामियों और अक्षमता के लिए जांच की जाती है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 17 करोड़ स्‍कूली बच्‍चों समेत 27 करोड़ बच्‍चों की जांच की जायेगी। 

35 राज्‍य सरकार और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को 90 हजार करोड़ रूपये की राशि जारी की गई है। इसके अलावा देश में सरकारी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों और अस्‍पतालों में आवश्‍यक और आपात सेवायें प्रदान करने के लिए लगभीग 70,000 अतिरिक्‍त बिस्‍तर उपलब्‍ध कराये गये हैं। श्री आजाद ने जननी सुरक्षा योजना की भी चर्चा की। इस अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री संतोष चौधरी भी मौजूद थी। 

केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने असम में जोरहाट विज्ञान केंद्र एवं प्लैनिटेरियम का किया शुभारंभ

केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच ने आज असम में जोरहाट विज्ञान केंद्र एवं प्लैनिटेरियम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच ने कहा कि जोरहाट विज्ञान केंद्र एवं प्लैनिटेरियम के खूबसूरत प्रांगण में आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। जोरहाट असम के प्राचीनतम शहरों में से एक है तथा यह खुशी की बात है कि यहां असम में इस संस्थान का पहला केंद्र खोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोरहाट न सिर्फ मुख्यमंत्री का चुनाव क्षेत्र है बल्कि यह ऊपरी असम और नगालैंड का प्रवेश द्वार भी है। 

मंत्री महोदया ने कहा कि कहा जाता है कि असम का नाम अहोम साम्राज्य के नाम पर पड़ा है। जोरहाट अहोम साम्राज्य की राजधानी था। यह असमी संस्कृति का केंद्र है तथा यहां माजुली एवं काजीरंगा नेशनल पार्क जैसे प्रसिद्ध स्थल हैं। उन्होंने कहा कि यह सरायघाट के युद्ध में नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध अहोम जनरल लचित बोरपुकन का घर है जहां उन्होंने महान मुगल सेना को पराजित किया था।

श्रीमती कटोच ने कहा कि ऐसा विज्ञान केंद्र मोटे तौर पर लोगों में और खासतौर से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रवृत्ति एवं जागरूकता पैदा करने के लिए है। संस्कृति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय संग्रहालय विज्ञान परिषद ने असम और पूर्वोत्तर के लोगों के लिए इस केंद्र को डिज़ाइन और विकसित किया है। उन्होंने कहा कि जनता और खासतौर से विद्यार्थियों एवं बच्चों को विज्ञान और अंतरिक्ष की अनौपचारिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए यह केंद्र और असम सरकार की अनोखी पहल है। 

श्रीमती कटोच ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर विशेष बल दिया था तथा उन्होंने अनेक वैज्ञानिक संस्थाओं एवं उद्योगों की स्थापना की थी। श्री नेहरू उन्हें आधुनिक भारत के मंदिर कहा करते थे। 

उन्होंने कहा कि श्रीमती इंन्दिरा गांधी और राजीव गांधी के नेतृत्व में भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की जो सूचना एवं दूरसंचार क्षेत्र में महसूस की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अब भारत को अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों में कई उपलब्धियां हासिल हैं। 

मंत्री महोदया ने कहा कि केंद्र सरकार देश में विज्ञान केंद्रों के नेटवर्क के ज़रिए विज्ञान एवं वैज्ञानिक शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तिथि तक 48 केंद्र खोले जा चुके हैं और 7 खोले जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि खासतौर से स्कूली बच्चों को इस विशिष्ट केंद्र और इसकी गतिविधियों से फायदा होगा। 

जीवनकालीन उपलब्धि पुरस्‍कार से सम्‍मानित हुए अमिताभ बच्‍चन

मकाउ: केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने कहा है कि आईआईएफए और भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव जैसे अंतर्राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार समारोह न सिर्फ फिल्‍मों को बढ़ावा देते हैं, बल्कि पर्यटन तथा अतुल्‍य भारत ब्रांड को भी प्रोत्‍साहन देते हैं, जिनके परिणामस्‍वरूप देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्‍या में वृद्धि होती है। मकाउ में आज आईआईएफए पुरस्‍कार समारोह में केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.चिरंजीवी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने भारत में फिल्‍म्‍पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्री के. चिरंजीवी ने कहा,  पर्यटन मंत्रालय फिल्‍मों के लिए वित्‍तीय सहायता मुहैया करवा रहा है और देश में फिल्मिंग के लिए एक ही स्‍थान से मंजूरी दिलाने में सहायता कर रहा है। हम अतुल्‍य भारत को दर्शाने के लिए कान फिल्‍म महोत्‍सव जैसे विभिन्‍न्‍अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सवों में भी हिस्‍सा ले रहे हैं।'' उन्‍होंने समारोह में अभिनेता अमिताभ बच्‍चन को जीवनकालीन उपलब्धि पुरस्‍कार से भी सम्‍मानित किया।

Friday, July 5, 2013

जनता का स्वयंवर

राखी सावंत ने कुछ ही दिनों में सगाई के बाद वर में बुराई देखकर रिश्ता तोड़ लिया था, लेकिन राखी
रूपी जनता को अगले पांच साल तक इंसाफ करने का मौका नहीं मिलेगा।फिर कौन करेगा 'राखी का इंसाफ?'

                                                                                                      - अरमान आसिफ इकबाल
लोकतंत्र के जश्न की चुनावी धुन पर सभी मगन हैं। क्या छोटे, क्या बड़े सभी उत्साह से एक ही इनमें बटन दबाने के लिए खड़े। वोटिंग के लिए उत्साह इतना कि लाइन की धक्का मुक्की से आपस में ही लड़े। इसके बाद पीछे से सुरक्षाबलों के डंडे भी झेलने पड़े। घर आने पर वहीं पुराने भाषण सुनने पड़े, क्या मिला तुम्हें वहां खड़े-खड़े? बर्बाद हो गए इस चक्कर में बड़े-बड़े। अब साफ करो बर्तन जो सुबह से हैं गंदे पड़े। अब वो नेता कहां रहे भाई? आजादी के बाद बापू जो सादगी, ईमानदारी, टोपी, चश्मा और डंडा देश के नेताओं को दे गए थे, तो सादगी देश के विकास में देखने को मिलती है और ईमानदारी स्विस बैंक में सेफ है। टोपी तो नेताओं ने जनता को पहना रखी है और चश्मे पर भ्रष्टाचार की कालिख पुत गई है। बचा डंडा, तो उसे आम आदमी की सेवा में लगा रखा है। कुछ नौजवान नेता अन्ना की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को चीटिंग मान इसकी खिलाफत कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब देश को लूटने का उनका नंबर आया, तो अन्ना भ्रष्टाचार पर पाबंदी लगाने के लिए आंदोलन करने बैठ गए। भई मामला थोड़ा टेलीविजन टाइप का है। जैसे राखी सावंत ने टेलीविजन में स्वयंवर रचाकर अपने लिए दुनिया का सबसे सुंदर, सुशील, संस्कारी और धनी वर का चुनाव करके ये साबित किया था कि उन्हें दुनिया का सबसे योग्य वर मिल गया है। लेकिन कुछ ही दिनों बाद वहीं सुंदर, सुशील, संस्कारी और अमीर अचानक 'सुंदर से बंदर', 'सुशील से जलील', 'संस्कारी से व्याभिचारी' और 'अमीर से फकीर' हो गया। फिर किस्मत ने मारी लात, तो उछल पड़ी बारात। बात को अन्ना के आंदोलन की तरह लंबा न खींचते हुए मुद्दे पर आता हूं। दरअसल, यूपी में चुनावी बयार बह रही है। प्रदेश की स्थिति कुछ राखी सावंत के स्वयंवर की तरह हो गई है। यहां जनता बनी है राखी सावंत और सरकार बनी है भावी वर। जनता इस चुनावी स्वयंवर के जरिए अपने भावी पति का चुनाव हर तरह से ठोक-बजाकर कर रही है। सभी दलों ने अपने उम्मीदवार रूपी दागी दूल्हों को काले धन की तरह खोपचे में छिपा दिया है और नौजवान, सुंदर, सुशील, संस्कारी दूल्हों को इस स्वयंवर में जनता रूपी दुल्हन को अपने आगोश में लेने के लिए उतार दिया है। जनता को पूरी उम्मींद है कि भावी पति उसकी अच्छी तरह से देखभाल करेगा, उसका भविष्य सुधारेगा। खैर अभी तो स्वयंवर टेलीविजन के एपीसोड की तरह चल रहा है। कुछ दिन बाद जनता वोटमाला पहनाकर अपना दूल्हा चुन लेगी। कुछ दिनों, महीनों या सालों बाद जनता को पता चलेगा कि उसने जिस पति में दुनिया की सारी खूबी देखीं, वो तो उसकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। राखी सावंत ने कुछ ही दिनों में सगाई के बाद वर में बुराई देखकर रिश्ता तोड़ लिया था, लेकिन राखी रूपी जनता को अगले पांच साल तक इंसाफ करने का मौका नहीं मिलेगा। फिर कौन करेगा 'राखी का इंसाफ?' पांच साल तक तो उसे सरकार रूपी पति की मनमानी को अन्ना के मौन व्रत की तरह चुपचाप रहकर सहना पड़ेगा। बेचारी जनता तो राखी की तरह बेशर्म है नहीं, जो मीडिया भी उसकी बात रख सके। जनता अपनी वोटमाला उसी वर के गले में डाले,जो उसका उसी तरह ख्याल रख सके,जैसे किसी दल की सरकार होने पर इंसान से ज्यादा जानवरों (हाथियों) का रखा जाता है।


-लेखक "अरमान आसिफ इक़बाल" एक तेज़ तर्रार पत्रकार और ब्लागर है|  

Tuesday, July 2, 2013

पर्यटन स्‍थल के रूप में हेरिटेज लाइटहाउसों के विकास के लिए श्री के. चिरंजीवी द्वारा जहाजरानी मंत्रालय के साथ सहयोग की घोषणा

नई दिल्ली : केन्‍द्रीय पर्यटन मंत्री श्री के. चिरंजीवी ने केन्‍द्रीय जहाजरानी मंत्री श्री जी. के. वासन तथा जहाजरानी, संचार एवं सूचना प्रौद्योगी राज्‍य मंत्री श्री मिलिन्‍द देवरा के साथ बातचीत करने के बाद पर्यटन स्‍थलों के रूप में हेरिटेज लाइटहाउसों के विकास के लिए केन्‍द्रीय वित्‍तीय सहायता उपलब्‍ध कराने पर सहमति जताई। 

ऐतिहासिक महत्‍व वाले 15 हेरिटेज लाइटहाउसों में से पहले चरण के दौरान महाराष्‍ट्र स्थि‍त कोन्‍होजी अंजेरी लाइटहाउस का विकास किया जाएगा। पर्यटन मंत्रालय कोन्‍होजी अंजेरी लाइटहाउस के नजदीक नौका घाट तथा यात्री टर्मिनल के निर्माण कार्य मदद देने की योजना है। कोन्‍होजी अंजेरी द्वीप मुम्‍बई के गेटवे ऑफ इंडिया से नौ समुद्री मील की दूरी पर स्थित है। एक बार घाट के तैयार हो जाने के बाद मुम्‍बईवासियों तथा घरेलू एवं अंतर्राष्‍ट्रीय पर्यटकों को एक नया पर्यटन स्‍थल उपलब्‍ध हो सकेगा। 

तीनों मंत्रियों ने बातचीत के दौरान यह विचार व्‍यक्‍त किया कि हेरिटेज लाइटहाउसों को विकसित किये जाने संबंधी इस नये पहल के जरिए न केवल हमारे राष्‍ट्रीय विरासतों को संरक्षित करने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे नये पयर्टन स्‍थलों के विकास में भी मदद मिलेगी। हेरिटेज लाइटहाउसों को पर्यटन स्‍थलों के रूप में विकसित किये जाने के प्रयास से देश में क्रूज़ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

अंतर्राष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत में गिरावट जारी

नई दिल्ली : पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएस) द्वारा आज प्रगणित/प्रकाशित दरों के अनुसार भारत के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत01 जुलाई, 2013 को घटकर 100.38 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल हो गई। यह कीमत इससे पहले वाले व्‍यापार दिवस यानी 28.06.2013 के मुकाबले कम है। इससे पहले के व्‍यापार दिवस पर यह कीमत 101.05 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल थी।  अगर रूपये की बात करें तो भी कच्‍चे तेल की कीमतों में 01.07.2013 को गिरावट रही और यह 01.07.2013 को रूपये 5937.48 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल रही जबकि 28.06.2013 को यह कीमत रुपये 6032.69 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल थी। यह गिरावट मुख्‍य रूप से रूपये की कीमत डॉलर के मुकाबले बढ़ने से हुई। 01.07.2013 को रूपये/डॉलर की विनिमय दर रूपये 59.15 प्रति अमरीकी डॉलर थी।

उत्‍तराखंड के लिए विदेशी सहायता, विश्‍व बैंक और एशियाई विकास बैंक के प्रति‍निधि उत्‍तराखंड जाएंगे

उत्‍तराखंड राज्‍य में मूल सुविधाओं को हाल ही में हुई तबाही के कारण व्‍यापक क्षति पहुचने, भारी वर्षा, एकाएक बाढ़ आने और भूस्‍खलन के चलते वहां सरकारी इमारतों, सड़कों, पुलों आदि को भारी नुकसान हुआ है। इस सब की मरम्‍मत और पुनर्निर्माण के लिए बहुत बड़ी मात्रा में निधियों की जरूरत पड़नी लाजमी है | भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय ने एशियाई विकास बैं‍क और विश्‍व बैंक से राज्‍य में मूल सुविधाओं के निर्माण के लिए विदेशी सहायता लेने का फैसला किया है। इन बहुउद्देशीय विकास बैंकों से मिले, ऋण को भारत सरकार और उत्‍तराखंड सरकार को सौंपा जाएगा। उन्‍हें ये निधियां 90 प्रतिशत अनुदान और दस प्रतिशत ऋण के रूप में मिलेगी क्‍योंकि उत्‍तराखंड विशेष वर्ग वाले राज्‍यों में आता है। 

विशेष परिस्थितियों को देखते हुए एशियाई विकास बैंक और विश्‍व बैंक दोनों ने अनुमान जल्‍दी लगाने,परियोजना तैयार करने और उसे अनुमोदित करने की जरूरत का अनुरोध मान लिया है। इसके लिए एक बैठक आयोजित की गई है और दोनों बैंकों ने पूरा सहयोग देने का आश्‍वासन दिया है। 

राज्‍य की ज़रूरतों का मूल्‍याकंन करने और प्रस्ताव तैयार करने के लिए श्री शक्तिकांत दास, अपर सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग, वित्‍त मंत्रालय के नेतृत्‍व में एक ज्‍वाइंट मिशन जल्‍दी ही उत्‍तराखंड का दौरा करेगा और राज्‍य के अधिकारियों के साथ बातचीत करेगा।