बचपन में एक गेम हुआ करता था जिसे हम देसी भाषा में कंचे कहते थे । घर के बाहर मैदान हो या गली का एक किनारा चार दोस्त हो या 10 सभी इसे खेल कर कंचे जुटाने का काम करते थे । भरी दोपहर में घर वालों से छुप कर कंचे खेलना और भी आनंदमय होता था । इस पुरानी यादों को ताज़ा करने के लिए गूगल के मार्केट अप्प में कंचे नाम से एक गेम लांच किया है जिसे इंस्टॉल कर के आप अपनी पुरानी यादों को ताज़ा कर सकते है ।
Saturday, February 21, 2015
क्या मैं गरीब हूँ इसलिए....!
- इमरान ज़हीर
क्या मुझे मखमली
बिस्तर पर सोने का हक नहीं
है... क्या मुझे साफ़ और अच्छे कपडे पहनने का हक नहीं है.... क्या मुझे भर पेट
खाना खाने का हक नहीं है.... क्या
मुझे खिलौना नसीब नहीं है... और बच्चो की तरह जब मै जब रोती हूँ तो कोई मुझे अपनी
गोद में नहीं लेता...
कोई मुझे दुलार कर चुप क्यू नहीं कराता...आखिर मेरे साथ ही ऐसा क्यू है... मेरा
दोष क्या मेरी गरीबी है...? मेरी आँखों से
मेरे दर्द को महसूस कीजिये मुझे भी मेरा बचपन जीने का हक दीजिये... मेरी
तरह लाखो बच्चे इस आस में अपनी नन्ही मासूम
आँखों से खुशियों को तलाशती है... लेकिन हमारी गरीबी देख कर कोई भी हमें
प्यार से नहीं देखता... जबकि साफ़ और अच्छे कपडे पहने बच्चो को सभी प्यार करते है
हंसाते है और दुलार भी करते है...क्या ये दुनिया सिर्फ अमीरों की है.... मुझे भी हक दीजिये भले ही हम गरीब है लेकिन हम
भी और बच्चो की तरह मासूम है...
बहुत से सवाल इस बच्चे की आँखों से ब्यान
हो जाते है जब ये बच्चा टकटकी लगाये देखता है | मैंने इस बच्चे को जब देखा तो इसकी
आँखों में बहुत से सवाल नज़र आने लगे | मुहं से तो कुछ नहीं लेकिन अपनी आँखों से और
अपनी हरकतों से इस बच्चे ने वो शब्द बयान कर डाले जिसने मेरे दिल को मोह लिया | इस
बच्चे की आँखों में नज़र आ रहे कुछ सवालों को शायद मै ढूंढने में कामयाब रहा...|
Thursday, February 19, 2015
देश में फ्लू की दवाओं की कमी नहीं | एच1 एन1 से प्रभावित राज्यों की स्थिति पर बनी है लगातार नजर -सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण
नई दिल्ली | कैबिनेट सचिव अजित सेठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने कई राज्यों में एच1 एन1 फ्लू और दवाओं व अन्य आवश्यक सामग्रियों की कमी की खबरों से उत्पन्न ताजा स्थिति की समीक्षा की। कैबिनेट सचिव ने राज्यों को आवश्यक केन्द्रीय सहायता की पेशकश भी की।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुखों ने कैबिनेट सचिव को अपने अपने राज्यों में दवाओं, जांच उपकरणों, जांच प्रयोगशालाओं, व्यक्तिगत बचाव उपकरण (पीपीई) आदि की उपलब्धता की जानकारी दी। इन राज्यों ने बताया कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में दवाएं और अन्य लॉजस्टिक सहायता उपलब्ध हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा ने अपने आपातकालीन स्टॉक को पर्याप्त मात्रा में बनाए रखने के लिए केन्द्र से कुछ दवाओं की मांग की। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय उन्हें ये दवाइयां तत्काल उपलब्ध करा रहा है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव बी.पी.शर्मा ने बताया कि टेलीफोन व वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए एच1 एन1 से प्रभावित राज्यों की स्थिति पर वे लगातार नजर रखे हुए हैं और आवश्यक सामग्री मुहैया कराते हुए उनकी हर संभव मदद की जा रही है। कैबिनेट सचिव ने कहा कि इन राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रकोप निगरानी प्रकोष्ठ और आवश्यक हेल्प लाइन 24 घंटे काम करे। दवा नियंत्रकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टीकाकरण और इलाज संहिता के दिशा-निर्देशों के अनुरुप टैबलेटों, कैप्सूलों, टीकों जैसे आवश्यक दवाओं की कमी न होने पाए।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुखों ने कैबिनेट सचिव को अपने अपने राज्यों में दवाओं, जांच उपकरणों, जांच प्रयोगशालाओं, व्यक्तिगत बचाव उपकरण (पीपीई) आदि की उपलब्धता की जानकारी दी। इन राज्यों ने बताया कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में दवाएं और अन्य लॉजस्टिक सहायता उपलब्ध हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा ने अपने आपातकालीन स्टॉक को पर्याप्त मात्रा में बनाए रखने के लिए केन्द्र से कुछ दवाओं की मांग की। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय उन्हें ये दवाइयां तत्काल उपलब्ध करा रहा है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव बी.पी.शर्मा ने बताया कि टेलीफोन व वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए एच1 एन1 से प्रभावित राज्यों की स्थिति पर वे लगातार नजर रखे हुए हैं और आवश्यक सामग्री मुहैया कराते हुए उनकी हर संभव मदद की जा रही है। कैबिनेट सचिव ने कहा कि इन राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रकोप निगरानी प्रकोष्ठ और आवश्यक हेल्प लाइन 24 घंटे काम करे। दवा नियंत्रकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टीकाकरण और इलाज संहिता के दिशा-निर्देशों के अनुरुप टैबलेटों, कैप्सूलों, टीकों जैसे आवश्यक दवाओं की कमी न होने पाए।
Tuesday, February 17, 2015
मोबाइल कंपनी ने ऑनलाइन FIR को बिना मोहर के बताया अवैध । पुलिस विभाग ने कहा "मोहर" की नहीं है ज़रूरत |
11 फरवरी को विश्वजीत सिंह यादव ने ऑनलाइन की गई सिम खोने की FIR के बाद मोबाइल कंपनी द्वारा उस प्रति पर मोहर न होने के कारण उस पर कार्यवाही न किये जाने की शिकायत की थी जिसके बाद विभाग द्वारा कहा गया है कि "ये एक ऑनलाइन प्रणाली है जिसमे डिजिटल हस्ताक्षर किये गए है" साथ ही ये भी साफ़ किया है इसमें किसी मोहर की आवश्कता नहीं है।
- मुरादाबाद से इमरान ज़हीर की रिपोर्ट
मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश । उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष पहल से आज नागरिको को FIR के लिए थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे है । मोबाइल के गुम होने या किसी भी सामान के खो जाने की दशा में पुलिस के तमाम सवाल के जवाब देना आसान नहीं था लेकिन मोबाइल एवं कंप्यूटर से ऑनलाइन FIR दर्ज किये जाने की विशेष पहल से आज प्रदेश सरकार के साथ पुलिस विभाग को लोग दिल से थैंकयू बोलते नहीं थक रहे है । इस ऑनलाइन प्रक्रिया में सिर्फ खोये हुए सामान की FIR दर्ज की जा सकेगी चोरी होने की दशा में अपने नजदीकी थाने में संपर्क करना होगा | अबतक 5000 लोग इस अप्लिकेशन को अपने ऐंड्रॉयड मोबाइल में डाउन लोड कर चुके है एवं 356 लोगो ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है |
इस शिकायत के बाद विभाग द्वारा कहा गया है कि "ये एक ऑनलाइन प्रणाली है जिसमे डिजिटल हस्ताक्षर किये गए है" साथ ही ये भी साफ़ किया है इसमें किसी मोहर की आवश्कता नहीं है।
बहरहाल इस ऑनलाइन FIR दर्ज किये जाने की प्रक्रिया से लोग पुलिस से ऑनलाइन अपनी बात करने में कोई हिचकिचाहट भी महसूस नहीं कर रहे। साथ ही पुलिस का रवैया भी उनके प्रति सहानुभूति बयान करता हुआ नज़र आ रहा है । इस प्रक्रिया के बारे में अधिक से अधिक लोगो तक पहुचाने में प्रदेश के कई बड़े अधिकारी सोशल मीडिया के सहारे लोगों को जागरूक कर रहे है। नगर छेत्राधिकारी द्वित्तीय नोएडा अनूप सिंह ने सोशल मीडिया के सहारे लोगो को इस प्रणाली से जागरूक करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है उन्होंने बाकायदा इसे अपने मोबाइल में डाउन लोड करने का तरीका भी बताया है जिससे नागरिको को इसे डाउन लोड करने में कोई परेशानी ना हो | वहीँ विभाग की तरफ से इस अप्लिकेशन को मोबाइल में डाउन लोड करने में आ रही समस्या का समाधान भी तुरंत किया जा रहा है |Monday, February 16, 2015
27 फरवरी से दिल्ली में अखिल भारतीय साक्षरता प्रेरक संघ करेगा आमरण अनशन | मुरादाबाद से हजारो लोक शिक्षा प्रेरक होंगे शामिल |
- ZNI NEWS NETWORK
मुरादाबाद | अखिल भारतीय साक्षरता प्रेरक संघ द्वारा अपनी समस्यायों
एवं विभिन्न्य मांगो के समर्थन में संसद भवन नई दिल्ली में २७ फरवरी को अनिश्चित
कालीन विशाल प्रदर्शन एवं आमरण अनशन करने का फैसला किया है |
मुरादाबाद | अखिल भारतीय साक्षरता प्रेरक संघ द्वारा अपनी समस्यायों
एवं विभिन्न्य मांगो के समर्थन में संसद भवन नई दिल्ली में २७ फरवरी को अनिश्चित
कालीन विशाल प्रदर्शन एवं आमरण अनशन करने का फैसला किया है |
अपनी ११ प्रमुख मांगो को
लेकर देश भर से हजारो प्रेरक नई दिल्ली के संसद भवन पर आमरण अनशन की तैयारी में है
| इन विशाल धरना प्रदर्शन में प्रेरको का मानदेय/विभागीय सुविधा का लाभ/बीमा/राज्य
सरकार द्वारा पहचान पत्र जैसे कई महत्वपूर्ण मांगो को बिंदु बनाया गया है |
मुरादाबाद के जिला संयोजक
मोहम्मद अरकान के मुताबिक २७ फरवरी को सुबह रेलवे स्टेशन और रोडवेज पर धरने को सफल
बनाने के लिए सभी प्रेरक संघ के सदस्य एकत्र होंगे जो की राष्ट्रिय अध्यक्ष अनुज
कुमार के नेतृत्व में सभी प्रेरक जंतर मंतर में अपनी मांगो को लेकर मानव संसाधन
मंत्री स्मृति इरानी से मुलाकात कर अपने मांगो को लेकर तैयार किये गए ज्ञापन को
सौपेंगे |
Friday, February 13, 2015
मोटर बाइक हो या कार अब नहीं होगा पंचर होने का डर ।
-इमरान ज़हीर
लखनऊ। मोटर बाइक हो या कार अब नहीं होगा पंचर होने का डर । जी हाँ आज आंचलिक विज्ञानं केंद्र लखनऊ में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस के एमडी राकेश वर्मा ने अपने सहयोगियों के साथ एक ऐसी डिवाइस पेश की है जिसके बाद वाहन में होने वाले पंचर से मुक्ति मिल जायेगी।
लखनऊ : अब हवा से चलेगी मोटर बाइक ।
-इमरान ज़हीर
लखनऊ। अब एयर प्रेशर से भी चलेगी मोटर बाइक। न डीज़ल ना पेट्रोल बस हवा भरवा कर भी आप कई किलोमीटर तक सफ़र कर सकते है । आज आंचलिक विज्ञानं केंद्र में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस लखनऊ के एमडी राकेश वर्मा के देखरेख में इस मॉडल को पेश किया गया है। जिसके बाद अब बाइक की सवारी करना अब और भी सस्ता हो गया है। पूरे टैंक में पेट्रोल की जगह सिर्फ 20 रूपये की हवा भर कर कई किलोमीटर तक का सफर किया जा सकता है।
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